Saturday

प्यार या फरेब

प्यार या फरेब

टूटे हुए दिल ने तो धड़कना छोड़ दिया था
रोते हुए आंखों ने अब रोना छोड़ दिया था
टूटी हुई उम्मीदों में तो सपने संजोना छोड़ दिया था
ख्वाबों में भी अब तेरा इंतजार करना छोड़ दिया था

पर ना जाने कैसे मेरे दरवाजे पर दस्तक देने तू आ गया
पता नहीं कैसे तूने फिर से हमें जीना सिखा दिया
न जाने ही सही हमें तो प्यार में पड़ ही गए
ना चाहते हुए भी होठों पर मुस्कुराहट आ ही गई

सेल सेंटर खुश होकर धड़कना शुरू कर दिया
फिर से दिल की खुशी चेहरे पर झलक ऊठी
और तूने हमारी चोरी पकड़ ही ली
न जाने कैसे पर तुझे पता चल ही गया
कि हमें बस प्यार है तुमसे और रहेगा सिर्फ तुमसे

दर्द सिर्फ इतना ही है कि दिल कहीं फिर न टूटे
यह आशु कहे सर जख्म ना दे दे हमें
हमारे यह बातें कहीं से छूटे ना बन जाए
हम कहे फिर से चोट खाकर ना गिर जाएं

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Wednesday

हार जीत

हार जीत

हार की बात तो मत करो आप
हार तो सबकी प्यारी मिठाई है
खाना तो बस एक बहाना है
हमें तो इसके स्वाद से ही प्यार है

हार जीत तो बस एक जरिया है
हमें तो सिर्फ मजे उठाना है
खेल का मज़ा इतना है कि
हार के भी जीत का सुकून मिलता है

ऐसा भी नहीं कि फते हमको चाहिए नहीं
पर हार के बिना तो इसका कोई मतलब भी नहीं
हार से मेरा नाता है पुराना
हार को जीत में बदल ना यह तो अंदाज़ है हमारा

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Friday

कुछ बदलते रिश्ते

कुछ बदलते रिश्ते

दोस्ती थी और प्यार भी
दोस्ती बेशुमार थी और
प्यार तो हद से ही पार थी
बस इतनी सी बात थी

इतना ही हुआ था कि
हमें तुमसे प्यार हो गया जाने अनजाने
इकरार ही सही हमने प्यार कर ही लिया तुमसे
प्यार से भरोसा और भरोसे से रिश्ता जोड़ा है हमने

 तुम्हें बेशुमार प्यार करने की कसम खाई है हमने
 वादा करके भूलने वाले तो बहुत देखे पर
 अब वादा निभाने का वक्त हमारा है
 तुम पास रहना हमेशा बस इतनी सी ख्वाहिश है

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Thursday

मेरी मां

मेरी मां

प्यार से प्यारा मां से न्यारा रिश्ता हमारा
प्यार तो इसकी साठ है
क्योंकि गांठ तो बांधा बचपन से ही
उंगली पकड़ी बचपन से ही

डांट मार और क्या नहीं खाया
सब कुछ खा कर हजम कर डाला
मां हो या encyclopaedia
इस बात का है राज बड़ा

हमराज मेरी हर उलझन का
साझेदारी हमारी हर मुश्किल में
शौक हमारे एक तो नहीं
पर ख्याल हमेशा एक ही रहे

तू दिल में बसती साहस है मेरी
हर छोटे से छोटे मुसीबत में तू याद है रहती
काश encyclopedia की जगह तेरा नाम लिख दिया होता
तो सोचो आज कितना अच्छा हो जाता

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अधूरा पन्ना

अधूरा पन्ना

कहानियां तो अब भी वही है
बस पढ़ने वाले बदल गये
लिखा तो वही पुराना कागज है
पर शायद उस कागज की अहमियत ही बदल गई

काश वह किताब का हर पन्ना तेरे नाम होता
और तू उसे बेशक जितनी बार चाहें पड़ता
तुझे उसमें कागज भी वही मिलता
और एहसास भी जो जिए थे हमने भी कभी

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Saturday

फर्जी

फर्जी

कर्ज़दारों के इस जहां में
हम एक फर्जी की जुबानी ही सही
जहां पर सब फर्जी ही सही
पर कोई फरेब तो नहीं

फर्जी तो हम सब हैं यहां
बस फर्ज के लिए वक्त नहीं है यहां
फर्ज हमें याद नहीं और फर्जी कहलाने लायक नहीं
तो क्यों अंतर है उस मात्रा का जिसमें
फर्ज को फर्जी बना दिया

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Friday

इत्तेफाक

इत्तेफाक

आंसुओं का तो हिसाब करना
हमने भी छोड़ दिया था
फिर क्यों तुमने टूटे हुए दिल को
यों इस कदर ठुकराने की जुर्रत की थी

माफ तो खैर हम कर ही देते
पर तुमने हमसे रुसवा होने का
कोई मौका तो छोड़ दिया होता
काश उस मौके पर हमने भी थोड़ा जी लिया होता

विश्वास तो खैर गैरों ने तोड़ा
पर काश तुमने भी अपना हक तो जताया होता
एक बार ही सही पर बोल कर तो देखा होता

काश वह ख्वाब जो आप हमसे इत्तेफ़ाक नहीं रखता
हमारे सपनों को यूं तो ना बर्बाद किया होता
काश के हम ने भी अपने दिल को जंजीरों से बांधने की हिमाकत ना की होती
तो आज यह दिल इस तरह आंसू ना बहा रहा होता

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Sunday

रंग

रंग

रंग अगर जिंदगी में हो तो वह बहार कहलाए
 फिर वही रंग अगर कपड़ों में लग जाए
तो क्यों धब्बा कहलाए?
यह फर्क तो केवल नजरिए का है
वरना कमल ही क्यों कीचड़ में खिलता
फिर भी माता के भेट है वह चढ़ता
इसीलिए कहते हैं समय रहते प्यार जताना
 सीख जाओ वरना कहीं ऐसा ना हो कि
नफरत करते करते हमें अपना मानना ही भूल जाओ
फिर हम ना रिश्ता देखेंगे ना औकात
क्योंकि आज अगर समय तुम्हारा है तो
कल हमारा भी आएगा जरूर

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Thursday

परीक्षा की वह पहली रात

परीक्षा की वह पहली रात

परीक्षा की वह पहली रात
थी तो वह सिर्फ एक रात
काश वो एक रात हो पाती
काश वह सिर्फ कुछ लम्हे वो पाती

क्या कुछ सोचा था करने को
क्या कुछ लिखा था करने को
पूरी रात तुम हमें घूरते रहे और
हम टकटकी लगाए तुम्हारे
खत्म होने का इंतजार करते रहे

काश हम दोनों की बातें ना होती
काश वह रात अनकही ही रहती
सपना तो नहीं की उस रात को भूल जाए
सच भी नहीं कि उसको जिया जाए

परीक्षा की वह घड़ी पास थी
मेरी घड़ी न जाने कहां गुम थी
शायद मेरा समय ही खो गया था
पर खो के वह तुम्हारे पास ही तो आया था
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