कहते थे वह लोग कि कभी हमसे दूर न जाना
क्योंकि तुम्हारे बगैर जीना भूल जाएंगे हम
अब ना वह लोग हैं ना ही वह वादे हैं
जो कभी जान थी हमारी वह जान की दुश्मन है
गलती किससे नहीं होती यह तो हमारी फितरत है
इसके लिए तुमने अपना फितरत ही बदल डाला
इसकी हमें हैरानी है
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