अधूरा पन्ना May 23, 2019 Leave a Reply कहानियां तो अब भी वही है बस पढ़ने वाले बदल गये लिखा तो वही पुराना कागज है पर शायद उस कागज की अहमियत ही बदल गई काश वह किताब का हर पन्ना तेरे नाम होता और तू उसे बेशक जितनी बार चाहें पड़ता तुझे उसमें कागज भी वही मिलता और एहसास भी जो जिए थे हमने भी कभी Skip . Next Tweet Share Share Share Share
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