Thursday

अधूरा पन्ना

अधूरा पन्ना

कहानियां तो अब भी वही है
बस पढ़ने वाले बदल गये
लिखा तो वही पुराना कागज है
पर शायद उस कागज की अहमियत ही बदल गई

काश वह किताब का हर पन्ना तेरे नाम होता
और तू उसे बेशक जितनी बार चाहें पड़ता
तुझे उसमें कागज भी वही मिलता
और एहसास भी जो जिए थे हमने भी कभी

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