Friday

आँखें

आँखें

आंखों में तुम्हारे कहीं खो से गए
देख के तुमको हमारे होश उड़ से गए
क्या नशा था तुम्हारी अदाओं में
यह यों कहें आंखों से घायल किया था तुमने

सोचा कि दूर तुमसे चले जाएं
मुड़ के यहां फिर कभी ना आए
कोशिश की तो हमने बहुत
पर तुम्हारी आंखों ने हमें रुलाया भी बहुत

तुम्हारी आंखों का नशा कुछ ऐसा चढ़ा
कि ना चाहते हुए भी प्यार हो ही गया
क्या कहें की यह दिल मजबूर था तुम्हारे हाथों या
यूं कहें आंखों ने ही पागल किया था हमें

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