इरादों का दम ना कहने से आता है
नाही दिखाने से
यह तो आता है हमारे
लहू के जुनून से
आज शहीदों को देख कर
आंखे नम हुई है
धरती ने खुद उनकी अंत्येष्टि पर
आंसू बहाए हैं
यह आंसू हम ज़ाया न जाने देंगे
यह आंसू हम ऐसे ही ना बहने देंगे
अच्छाई हमारी फितरत है
इन्हें आज़माने की गलती...
शहादत हुई शहीदों की
