तेज धूप में छांव हो तुम
गला सूखे तो प्यास हो तुम
गुस्सा आए तो आंसू हो तुम
प्यास लगे तो पानी हो तुम
हर बेचैनी के इलाज हो तुम
होटो पर आई मुस्कुराहट हो तुम
पेट में आई भूख का कारण हो तुम
रोते-रोते अचानक हंस पड़ना
इसका कारण हो तुम
तुम कौन हो ??
तुम कोई इंसान तो नहीं
जो मेरे बारे में इतना जानते हो
तुम हो मगर मेरा अंतर मन
जो मुझे मेरे से बेहतर जानते हो
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