एक खाली सी किताब
एक फीका सा दिल
एक कागज़ का टुकड़ा
क्या लिख सकता है
यह जो लिख सकता है जो
और कोई सोच भी नहीं सकत...
किताब

कहीं तुम कुछ जी रहे, कहीं हम कुछ आज़मा रहे, लेकर मौसम का स्वाद, हम दोनों जिए जा रहे। एक दूसरे से दूर है, पर दिल के हर पल पास है, ...