Sunday

किताब

किताब
एक खाली सी किताब एक फीका सा दिल एक कागज़ का टुकड़ा क्या लिख सकता है यह जो लिख सकता है जो और कोई सोच भी नहीं सकत...

सुबह

सुबह
नींद से जागा तो पाया रात ढल चुकी थी पर जो रात से मैं गुजर रही थी पता नहीं कब वो रात का अंधेरा खत्म होगा कब वह सुबह आएगी जहां खुलकर धूप को गले से लगा पाऊंगी कब का पता नहीं पर वह सुबह को तो आना पड़ेगा आकर मेरा हाथ थामना पड़ेग...

तुमसे जो मिले

तुमसे जो मिले
तुमसे जो मिले तो जाना प्यार कैसे होता है दूर जो तुमसे रहे तो जाना तन्हाई भी जरूरी है बात जो तुमसे किया तो जाना प्यार में सुकून भी है याद जो तूने किया तो जाना प्यार में इंतजार भी है अगर यह सब किया ही नहीं प्यार में तो आखिर प्यार को ही नहीं जाना किसीन...

Friendship day

Friendship day
अकेले ही चल रहे थे अचानक एक मोड़ आया मोड़ पर तू खड़ा था तुझे देखा तो जाना दोस्ती मेरे लिए भी हो सकती है खुश तो मैं भी रह सकती हूं पर तेरे बगैर मुस्कुराना तो क्या जीना भी नहीं सोच सकती हूं ...

Saturday

भटकती मंज़िल

भटकती मंज़िल
भटकते भटकते आज किन गलियों में आ गए ना आता है और ना ही पता है कहां से चले थे और कहां रुक गए रास्ते दो हजार हैं पर उस रास्ते जाए जो कि अनजान हैं और हम भी तो अंजान हैं उनसे क्या करें ना करें कुछ भी तो समझ नहीं आ रहा याद बस इतना है कि घर वापस जाना है पर कैसे जाये यह तक...

चांदनी

चांदनी
पूनम की इस चांदनी में चांद पर जो निखार आया है काश वो निखार हम पर आता और हम कह पाते उसकी वजह सिर्फ आप ही ह...