आंखों में तुम्हारे कहीं खो से गए
देख के तुमको हमारे होश उड़ से गए
क्या नशा था तुम्हारी अदाओं में
यह यों कहें आंखों से घायल किया था तुमने
सोचा कि दूर तुमसे चले जाएं
मुड़ के यहां फिर कभी ना आए
कोशिश की तो हमने बहुत
पर तुम्हारी आंखों ने हमें रुलाया भी बहुत
तुम्हारी आंखों का नशा कुछ ऐसा चढ़ा
कि ना चाहते हुए भी प्यार हो ही गया
क्या कहें की यह दिल मजबूर था तुम्हारे हाथों या
यूं कहें आंखों ने ही पागल किया था हमें
Skip . Next
0 comments: