जिसका नाम कुछ दिया था हमने
क्या नाम है इसका बता न पाऊँगी
जानते हो तुम भी मगर जान ना पाओगे
दूरियाँ यह हमने कभी ना माँगी थी
पर इस कदर बिखर जाएेंगे हम दोनो
यह भी कहाँ जान पाए थे
हम दोनो की गलियाँ आज अनजान है हमसे
एैसा समय यह आया है अपना की
दोस्त से भी मुँह मोड़ा है हमने
एैसा नहीं की फिकर नहीं है तेरीपर क्या करे उस रास्ते जाने से डरता है मेरा दिल
गलियाँ तो खुद अनजान है मुशाफिरों से
जो आते तो यहाँ है पर खो कहीं जाते हैं
दो पल रुकने का समय किसको मिला है
क्योंकि वह समय ही है जिसने हमे मिलाया है
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Heart tuchin😘😘
ReplyDeleteThanku so much dear
ReplyDeleteWahh wahh...
ReplyDeleteIss blog se mere v kuch alfaz aise h Jo m bayan krna chahunga...
Irshadd!!..
Mohabbat krte krte wo humse ho gye bore...
Mohabbat krte krte wo humse ho gye bore...
You can't reply to this conversation, LEARN MORE!!��
😆😆😆😆😂😂😂😂😂 yes i can reply to this conversation for sure😅😅😅😅
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