हसने की जरूरत तो नहीं है मगर
पर तेरी हसी के लिए कुछ भी
चाहे हम परेशान हो कितने भी
तेरी हसी के लिए सब कुछ
हसी तो मेरी भी जा चुकी है
रूठ कर हमेशा जा चुकी थी
हमने उसको खूब मनाया
मेरे लिए नहीं पर उसने मेरे लिए हाँ कर दी
दूरबीन की ज़रूरत नहीं है हमे
क्योंकि तेरे बातों से ही मन को भर लिया है मैने
हसी को तेरी हिफाज़त से रखना
बुज़दिलों के सामने उन्हें खो मत देना
मूँह फूलाकर बैठना कोई हल तो नहीं है
तू तो रब से माँगी दुआ है मेरी
कूबूल हूई जो दुआ है अपनी
खूलके हस पाए यह चाहत है मेरी
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