Sunday

हमराही

हमराही

तेरी गलियों से गुज़रते थे हम
रात दिन तेरे ख़्वाब देखते हैं हम
तू मिल के फिर से दूर न जाना
ऐ हमसफर आए हो साथ निभाना

तेरी दुआओं में कुछ इस कदर
खुदको समाया है हमने
तेरी जान की परवाह कौन करेगा
इस नाचीज़ के गुमशुदा होने के बाद

माना की दोस्त आपके बहुत पर
उसमे से एक फूल हैं हम मगर
गुलदस्ता आपका गो ऐ हमसफर
पर फूल हमारा हो इसकी रखना आप खब
Skip .                                                  Next

Related Posts:

  • लाईफ लाईफ ने अब हाथ बढ़ाया है थक करके मैने भी हाथ पकड़ ही लिया है मुट… Read More
  • ना जाने क्यों ना जाने क्यों डर लगता है ना जाने क्यों अँधेरा सा लगता है ना जाने… Read More
  • सपना देखा एक सपना हमने शायद कुछ बड़ा नहीं पर उतना छोटा भी नहीं की आसा… Read More
  • तेरे आने की खबर रातों ने सुबह का इन्तजा़र किया बारिश ने मेघों को न्योता दिया धूप… Read More

1 comment:

  1. Mera baas chale tho Mae apko best poet write ER ka award de doon😍😍😍😍😍💝💝💝💝

    ReplyDelete