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पथरीला आँगन

पथरीला आँगन

तूम जानो या ना जानो
यह कहते हैं मेरे अरमान
तुम जानते हो सब कुछ
यह जानता है मेरा दिल
सायद दिल की जगह दिल है
इसमे कोई पत्थर तो नहीं

भरोसा बहुत तकल्लुफ़ से आता है
और एक बार यह आके बस जाए
तो किसकी मज़ाल की उसको कोई छोड़ के भाग जाए
दुनिया की परवाह नाहमने कभी की है
नाही उसके मुताबिक कोई काम किया
तो आज कैसे तेरा हाथ छोड़ दें
और उन लोगों का हाथ पकड़ें
जो कुछ है ही नहीं हमारे लिए
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