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मेरे भैया

मेरे भैया

दिल के रिश्ते का कोई मोलभाव नहीं होता
क्योंकि यह बिकाऊ नहीं होता
पहले तो लोग अपने रिश्ते निभाने के लिए
क्या कुछ करते थे पर आज लोग
इतने खुदगर्ज है अपने अलावा
किसी की सोचते ही नहीं इसीलिए
आज दुनिया इतनी छोटी हो गई
जो कि सभी व्यस्त हो गए हैं
कोई किसी के घर आना जाना नहीं
मिलना मिलाना नहीं
सभी किस लिए भाग रहे हैं
उस पैसे के लिए
सही भी है पैसा नहीं तो इज्जत नहीं
पर दो पल रुक कर हंसकर मुस्कुरा देने में
जो सुकून है ना वह और कहीं नहीं है

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