यह इन्तजार नही इम्तिहान है हमारी
यह दूरियाँ नहीं महज़ कुछ फासले हैं हमारे बीच
जो आपसे मिलने के लिए हमे रोकी हुई है
सायद वजह कुछ और है
वरना हमारे ज़िद से तो आपका पुराना वास्ता है
आपसे ही तो हमने सर्ब रखना सीखा है
तो कसम भी अब आपकी है
की यह इन्तज़ार अब जल्द ही खत्म होगा
वैसे भी किसिने बाखूबी कहा है हमसे की
इन्तजा़र का फल मीठा होता है
तो उस मीठे फल के लिए हम इन्तजार तो कर ही सकते हैं
जल्द ही मिलते हैं आपसे
आपके इन्तजार पर हमे इन्तजार है
इसलिए थोड़ा इन्तजा़र तो करना बनता ही है
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