आज जब आसमां पर तारों की महफ़िल सजी है
तो क्यो अंधेरा सिर्फ मेरे दिल में है
शायद यह किसी के आने का सन्नाटा है
जो इतना शोर मेरे दिल में है
बसंत का मौसम अब बस आ गया है
पर मेरे दिल में अभी बहार आना बाकी है
पता नहीं यह सब इतना इंतजार क्यों करवा रहे हैं
शायद किसी खास के आने का इंतजार है हमें
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