Thursday

मेरी मां

मेरी मां

प्यार से प्यारा मां से न्यारा रिश्ता हमारा
प्यार तो इसकी साठ है
क्योंकि गांठ तो बांधा बचपन से ही
उंगली पकड़ी बचपन से ही

डांट मार और क्या नहीं खाया
सब कुछ खा कर हजम कर डाला
मां हो या encyclopaedia
इस बात का है राज बड़ा

हमराज मेरी हर उलझन का
साझेदारी हमारी हर मुश्किल में
शौक हमारे एक तो नहीं
पर ख्याल हमेशा एक ही रहे

तू दिल में बसती साहस है मेरी
हर छोटे से छोटे मुसीबत में तू याद है रहती
काश encyclopedia की जगह तेरा नाम लिख दिया होता
तो सोचो आज कितना अच्छा हो जाता

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