इशारों ही इशारोँ में बातें होती है हमारी
अपनो से भी ज्यादा बातें होती है हमारी
चाहत हम दोनो की ऐक है
आदत हम दोनो की ऐक है
आजकल ये सारी बातें होती है मेरे और मेरे सपनों की
हम दोनो ऐक दूसरे है बड़े ही अच्छे दोस्त हैं
इतने अच्छे कि नज़र इसे हमारी ना लग जाए
इस बात से दिल काफी़ डरता है
फिर भी अँधेरे में दिल इसी की बात सुनता है
गुमनाम ना हो जाऐ कहीं ये डर है मेरा
पर डर के आगे जीत है ये भी कहता है मेरा दिल
भरोसा जब भी डगमगाया तुने मुझे थाम लिया
मेरे भरोसे को कभी हारने नहीं दिया
ऐसा नहीं की गिरने नहीं दिया मुझे पर
गिर कर हर बार खड़ा तुने कर दिया
यह सब मेरे सपने ही तो है जिन्हे टुटके बिखरने का चसका सा लगा है
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