Thursday

आदत नहीं जरूरत है

आदत नहीं जरूरत है

आँसूओं की जरूरत किसको है??
उस मासूम को जिसने अभी हसना नहीं सीखा

हसी की जरूरत किसको है??
उस मासूम को जिसे एक दिन के मेहनत के बाद खाना मिला हो

पैसे की जरूरत किसको है???
जो मासूम स्कूल के बदले काम पे जाता परिवार का बोझ ढोने

कपड़ों की जरूरत किसको है??
उस मासूम को जिसके कपड़ों में छेद ज्यादा दिखता है और तन कम ढकता है

खाने की जरूरत किसको है??
उस मासूम को जिसने सिर्फ़ पानी पी कर अपनी भूख मिटाई हो

यह सब देखकर गुस्सा आता है उन लोगों पर
जो ज़िद करते हैं अनचाही चीज़ों के लिए
काश वो चीज़ मिल जाए उस बच्चे को जिसने
अपने नन्हे हाथों से रात दिन काम किया हो

यह सब देख कर गुस्सा आता उन पर
जो खाते वक्त नखरे करते हैं ना खाने की
काश वह खाना मिल जाए उस मासूम को
जिसने सिर्फ़ पानी पी कर अपना पेट भरा हो

त्योहारों पर मेहेंगे मेहेंगे कपड़ों की ज़िद करने वाले
काश उन में कुछ कपड़े उन मासूमों को मिल जाए
जिन्हे रंगों से फर्क नहीं पड़ता पर
उनके ना होने से पड़ता है सर जी

 काश यह सब समझते तो इतनी गरीबी ना होती
तो यह मासूम खाली पेट ना सोते
यह भी सूकून से सो पाते और
इनके यहाँ भी रौ नक होती त्यहारों की
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