कहते हैं आज़ादी बड़ी मेहनत से मिली है
तो फिर क्यों उसके मज़ा नहीं ऊठा रहे हो?
क्यों खुद को दूसरों के हाथों बेच रहे हो?
आज़ादी का मतलब केवल तिरंगे के साथ फोटो खिचवाना का तो नहीं??
आज़ादी हमे हमारी पिछड़े हुए सोच से लेनी चाहिए
आज़ादी दूसरे देश में जाके अपने देश को भूलने को नहीं कहते
आज़ादी दूसरे देश में जाके अपने देश को भूलने को नहीं कहते
बल्कि वहाँ जाके अपने देश का नाम रोशन करना ही आज़ादी है
जहाँ हर इन्सान को अपने काबीलियत पर काम मिलेगा वो आज़ादी है
जहाँ लोग सिनेमा देखकर उन्हे मज़े लेंगे
अपनी सोच बदलेंगे वो आज़ादी है
अपनी सोच बदलेंगे वो आज़ादी है
आज़ादी खुद को बदलने से शुरू करो
क्योंकि आज़ादी बहुत मुश्किल से मिली है हमे
0 comments: