Tuesday

বৃষ্টির সুর

বৃষ্টির সুর

মনটা যেন আজ উড়ছে হাওয়ায়
ভাসিয়ে আকাশ ছুটিয়ে দোলায়
বৃষ্টির জলে মনটা হল বদ্ধ  উন্মাদ
ডাকছে তোমায় নিজের গলায়

শ্রাবণী হাওয়ায় মেতেছে বাতাস
সেজেছে ওদিকে পুষ্প দোলায়
বয়েছে পানি নীরব বেগে
উদ্বেলিত মন হয়েছে আমার

এই যে ভুবন তোমার ও আমার
লিখেছে ঠিকানা তোমারই বাসার
গেয়েছে গান নবীন সুরে
পেয়েছি আপনাকে মনের দুয়ারে
Skip.                                                  Next

Related Posts:

  • वक्त कैसा है तन्हाई कैसी होती है यह जाना है वक्त से प्यार तो कर लिया तुझसे पर … Read More
  • रूठा दिल अगर प्यार हूं किसी और का तो तुमसे कभी यह रिश्ता ना जोड़ा होता शाय… Read More
  • मंजिल हिम्मत और हौसला दोनों ही बुलंद थे मेरे पर तेरे आने से यह यह दोनों… Read More
  • रास्ते हालात तो जैसे थे वैसे ही है बस अगर कुछ बदला है तो यह है कि पहले ह… Read More

0 comments: