वजह क्या यह जानू ना
है अगर कोई खास वजह
तो उस बजह को महफूज रखना ज़रा
क्योंकि यह मुस्कान दिखती है मेरे चेहरे पर
मेरे चेहरे का रौनक बढ़ता
तुझे इस तरह खुशनुमा पाकर
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कहीं तुम कुछ जी रहे, कहीं हम कुछ आज़मा रहे, लेकर मौसम का स्वाद, हम दोनों जिए जा रहे। एक दूसरे से दूर है, पर दिल के हर पल पास है, ...
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