Wednesday

बेवक्त सा समय

बेवक्त सा समय

कहते हैं बातें हमेशा कह देनी चाहिए
क्योंकि इसे दिल में नहीं रखना चाहिए
कयों कहते इसे ऐैसा
ये हमे पता तो होना चाहिए
पर क्या करें इसे चाहिए कोई ऐसा
जो इसे खुलके बोलने की आज़ादी दे सके

लो हम भी कहाँ आ गए
जहाँ नहीं जाना चाहिए
वफा बनके वहाँ जा पहुँचें
अब बातों को थोड़ी ना आपके दिल का रास्ता पता होना चाहिए
क्योंकि मंजिल तक पहुँचने के लिए
कभी नहीं रूकती

पर आज अपने बातों को कहकर रोकना चाहा
पर इन्हें तो आज़ादी चहिए
इसलिए ऊड़ा लिया हमारा दिल
और छिन लिया हमारा सुकून
अब आस लगाए बैठे हैं
किसी टूटते तारे के इन्जार में
कहीं वो हमे दिख जाए
और हमारी दुआ कबूल हो जाए
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