कभी किसी को इतना मत दुख देना
की बेचारा दुख की डेफिनेशन ही भूल जाए
कुछ देना ही है तो उसे झोली भर के खुशियाँ दो
बदले में उससे कुछ ना माँगना
बस उस इन्तजा़र में रहना, समय कभी रूकता नहीं
और समय किसी और का होता नहीं
अगर तुम खुशी दोगे तो बदले में खुशी ही मिलेगी
चाहे देर से मिलेगी पर मिलेगी जरूर
इसलिए दिमाग को हल्का करो
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