हवाओं ने बहते बहते तेरा पैगाम लाया
तेरी हालत का मुझको ज़िक्र फरमाया
तू उदास है तो हूँ उदास मै भी
तू खफा है तो हूँ खफा मै भी
दूरीयों का फायदा यों तो मत मना
तेरी फिक्र में आजकल नींदों ने है चैन चुराया
तेरी एक खबर की सोच ने कानों को है खूब तरसाया
ज़िद्दी तो शायद मै भी थी
पर उम्मीद भी तो बाकी है
तेरे से रिश्ता टूटा तो क्या
खुशीयों का आना अभी बाकी है
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