तुम पास होते हो तब भी
दिल घबरा जाता है
और जब नहीं होते हो तब भी
दिल तुम्हारे बारे में सेचके घबराता रहता है
आज ये घबराहट तो है
जिसे दुनिया फिक्र का नाम देती है
तुम इसे शौक से पागल की निशानी कहते हो
और मै इसे प्यार कहती हूँ
जिसे दुनिया फिक्र का नाम देती है
तुम इसे शौक से पागल की निशानी कहते हो
और मै इसे प्यार कहती हूँ
तुम तो मज़े से जिये जा रहे हो
और शायद जिना भी चाहिए
हम तो जैये थे वैसे हीं हैं
तुम्हारे पास आने के इन्तजार में
और शायद जिना भी चाहिए
हम तो जैये थे वैसे हीं हैं
तुम्हारे पास आने के इन्तजार में
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