Sunday

जशबात

जज़्बात

नमक का बदला अगर बफादारी होती है
तो खून का भी बदला खून होता है
पर क्यों नहीं प्यार का बदला प्यार होता है
और इज्ज़त बदला भी इज्ज़त
क्योंकि प्यार और इज्ज़त कभी माँगने से नहीं मिलता
यह दोनो ही कमीना पड़ता है
थोड़ा अपनेपन का बीज़ डालके
थोड़ा भरोसा का बरसात करके
और ज़जबातों की नुमाइशो के नीचे
अगर यह सब सही माईनों म्ं डाला जाएगा
तो प्यार के फूल को खिलने में ज्यादा वक्त और मेहनत दोनो ही नही लगेगा

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